सत्ता की चाबी पर छीना झपटी, तिजोरी बचाने कांग्रेस सतर्क
1 min read- म प्र कांग्रेस के 8 विधायक दिल्ली उड़े, भाजपा के साथ गुड़गांव के होटल में मिले, मंगलवार रात चला हाई वोल्टेज ड्रामा
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश की राजनीति का ऊंट किस करवट बैठेगा, ये अभी तय नहीं है। लेकिन मंगलवार की रात का हाई वोल्टेज घटनाक्रम बड़े नाटकीय रूप से सामने आया, जब विधायकों पर दावा ठोकने के लिए कांग्रेस और बीजेपी के बीच गुड़गांव के होटल में जमकर हंगामा हुआ।
भाजपा के कोर इश्यू हिंदुत्व से तैयार जमीन पर सेंधमारी की जतन में लगे म प्र के सीएम कमलनाथ मंगलवार की रात जब जबलपुर में नर्मदा गौ कुम्भ के सफल आयोजन का समापन कर भोपाल लौटे तो उनके 8 विधायाकों के दिल्ली ‘उड़ने’ की खबर आ गई। इस बात का पता चलते ही म प्र में सियासी भूचाल आ गया है। मंगलवार रात कमलनाथ सरकार की कुर्सी को हिलाने वाले इस सियासी भूकंप का केंद्र दिल्ली और गुड़गांव में था। बीजेपी और कांग्रेस के बीच रातभर विधायकों की खींचतान का ड्रामा चला।
क्या क्या हुआ
- मध्य प्रदेश बीजेपी के कुछ वरिष्ठ नेता कांग्रेस के विधायकों बिसाहू लाल सिंह, हरदीप सिंह, निर्दलीय और बीएसपी के विधायकों के साथ दिल्ली के एक फाइव स्टार होटल में ठहरे हुए थे। देर शाम मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान दिल्ली पहुंचे। इससे भोपाल में कमलनाथ सरकार में खलबली मच गई और यह सियासी ड्रामा गरम हो गया।
- कांग्रेस व अन्य विधायकों को दिल्ली से मानेसर के फाइव स्टार होटल में शिफ्ट कर दिया गया।
- अपनी कुर्सी हिलती देख कमलनाथ ने आनन-फानन में विधायकों को छुड़ाने के मिशन पर अपने चार मंत्रियों को दिल्ली रवाना किया।
- कांग्रेस के मंत्री होटल पहुंचे और फिर विधायकों की छुड़ाने की कोशिश में जमकर ड्रामा हुआ। बताया जाता है कि बीजेपी नेताओं ने होटल में पुलिस बुला ली।
- इसके बाद देर रात इस ड्रामे में कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह की एंट्री हुई। दिग्विजय भी होटल पहुंचे।
- रात 2 बजे बीजेपी और कांग्रेस के बीच चली विधायकों की इस छीनाझपटी में बीएसपी विधायक रमाबाई कांग्रेस नेताओं के साथ रवना हो गईं लेकिन बाकी होटल में ही मौजूद रहे।
- इसके बाद दिग्विजय ने मीडिया को बताया कि होटल पहुंचकर बिसाहू लाल सिंह और रमाबाई से संपर्क किया गया। बीजेपी की रोकने की कोशिश के बाद भी रमाबाई हमारे साथ आ गईं।
संकटमोचक दिग्विजय सिंह छुड़ा ले गए
कमलनाथ सरकार को गिराने की कई बार सार्वजानिक घोषणा करने के बाद मप्र भाजपा के प्रयासों में एक बार फिर पानी फिर गया। इस बार दिल्ली में बैठकर की जा रही कोशिश बड़े नाटकीय घटनाक्रम में बदल गई। कमलनाथ के संकट मोचक दिग्विजय सिंह ने गुड़गांव होटल में शिवराज सिंह चौहान के साथ बातचीत कर रहे निर्दलीय सहित कांग्रेस विधायकों को मुक्त कराया और उन्हें लेकर रवाना हो गए।