दिल्ली हिंसा को लेकर संसद में हंगामा, 2 बजे तक कार्यवाई स्थगित
1 min read- आंखों पर पट्टी बांध पहुंचे तृणमूल सांसद, केंद्र और अमित शाह पर बरसी विपक्षी पार्टियां
- नई दिल्ली। आज सोमवार से संसद में बजट सत्र का दूसरा चरण शुरू होते ही दिल्ली में हुई हिंसा के मुद्दे पर विपक्षी दलों ने जमकर हंगामा शुरू कर दिया। भारी शोर शराबे को देखते हुए लोकसभा की करवाई को 2 बजे तक के लिए स्तगित कर दिया गया। इसके पूर्व विपक्षी पार्टियां ने संसद में केंद्र सरकार को घेरने की तैयारी शुरू कर दी और कुछ पार्टियों ने इस मुद्दे पर चर्चा के लिए नोटिस भी दिया।
संसद परिसर में दिल्ली दंगों के लेकर टीएमसी के सांसदों ने आंखों पर पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया। सांसद काली पट्टी बांधकर विरोध जता रहे हैं। वहीँ परिसर में ही गांधी प्रतिमा के सामने आम आदमी के पार्टी ने प्रदर्शन के दौरान उसके सांसद भगवंत मान ने कहा, जिस तरह से दिल्ली में इंसानियत का कत्ल हुआ है, वह उनकी आदत है। अमित शाह और मोदी गुजरात में ऐसा करके आए हैं। इनके मन मं सुकून नहीं, खून है। दिल्ली में जो घटना हुई है। दिल्ली में हिंसा के लिए कपिल मिश्रा, प्रवेश वर्मा के भड़काऊ बयान भी जिम्मेदार हैं। आप सांसदों के भड़काऊ बयान पर भगवंत मान ने कहा कि ताहिर को बिना किसी जांच के पार्टी से सस्पेंड किया गया है।
इससे पहले पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने दिल्ली दंगों को लेकर सदन में नियम 267 के तहत स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया। संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण के लिए विपक्ष ने सरकार को घेरने के लिए तगड़ी घेराबंदी कर रखी है। लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी और के सुरेश ने दिल्ली हिंसा पर स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है।
टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने कहा बीजेपी दंगो की मास्टर पार्टी है और सबसे बड़ा गुंडा अमित शाह हैं। रामायण में रावण था, भारतवर्ष में रावण है अमित शाह। दिल्ली हिंसा के मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी सहित तृणमूल कांग्रेस, सीपीएम, सीपीआई, एनसीपी, डीएमके ने दिल्ली हिंसा को लेकर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है।
दिल्ली हिंसा को लेकर आज संसद में संग्राम छिड़ सकता है। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने दिल्ली हिंसा पर गृह मंत्री अमित शाह का इस्तीफा मांगा था। कांग्रेस ने दिल्ली हिंसा पर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव भी दिया है।