दिल्ली हिंसा: पिछले दो दिनों से शांति, अब तक 42 लोगों की मौत
1 min readनई दिल्ली। दिल्ली के हिंसा प्रभावित इलाकों में पिछले दो दिनों से शांति है पर अनिष्ट की आशंकाए बानी हुई है। इस हिंसा में अब तक 42 लोगों की मौत हुई चुकी है जिसमें 38 की मौत सिर्फ जीटीबी अस्पताल में हुई है। जबकि 200 से ज़्यादा लोग घायल हुए हैं। 28 फरवरी को हिंसा प्रभावित इलाकों में धारा 144 में सुबह 4 से 10 बजे तक छूट दी गई। इस दौरान भी कहीं से कोई हिंसा की ख़बर नहीं है। शाम को पुन: 4 बजे से 8 बजे तक धारा 144 में 4 घंटे की छूट दी जाएगी।
दिल्ली पुलिस के अधिकारी उत्तर-पूर्वी दिल्ली के हिंसा प्रभावित इलाकों में पुलिस गश्त लगा रही है। दिल्ली पुलिस के एडिशनल कमिश्नर ओपी मिश्रा लगातार अपनी टीम के साथ इलाके में घूम लोगों से शांति और अमन क़ायम रखने की अपील कर रहे हैं। कल विशेष कमिशनर एसएन श्रीवास्तव ने भी लोगों से मुलाकात की थी। आज एसएन श्रीवास्तव को दिल्ली का अगला पुलिस कमिश्नर बनाने की भी घोषणा कर दी गई है। वह शनिवार को इस नई जिम्मेदारी को संभालेंगे।
दंगे जरूर खत्म हो गए हैं लेकिन उसका दर्द काफी दिनों तक लोगों को सताएगा। जिन परिवारों के सदस्यों को दंगों ने लील लिया उनके घर में सिवाए मातम के कुछ नही है। उत्तर पूर्वी दिल्ली ज़िले में हुई हिंसा में स्कूलों को भी आग के हवाले कर दिया गया। स्कूलों में तोड़फोड़ भी की गई। 24 फ़रवरी को शिव विहार इलाक़े के डीआरपी कॉनवेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल में लूटपाट के बाद आग के हवाले कर दिया गया।। स्कूल के मालिक का कहना है कि स्कूल तक पुलिस दो दिन बाद पहुंची और दमकल विभाग तो आग बुझाने के लिए भी नहीं पहुंचा। कल रात तक स्कूल में आग जलती रही। इस स्कूल में 1000 बच्चे पढ़ते हैं।