Wed. May 1st, 2024

कैंसर की दवा का लाइसेंस आवेदन मंजूर

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  • बेंगलूरु। अमेरिकी दवा नियामक ने बायोकॉन की साझेदार मायलन का बायोलॉजिक्स लाइसेंस आवदेन स्वीकार कर लिया है। यह आवेदन अग्रिम चरण के रेक्टल कैंसर के इलाज की प्रस्तावित बायोसिमिलर के लिए किया गया है। इस आवेदन के तहत अन्य बीमारियों के अलावा मेटास्टिक कोलोरेक्टल कैंसर के मरीजों के इलाज की दवा बेवासिजूमब की बायोसिमिलर की मंजूरी मांगी गई है। बायोकॉन बायोलॉजिक्स के सीईओ क्रिस्टयाने हमाचर ने कहा, ‘मंजूरी मिलने के बाद हमारी प्रस्तावित बायोसिमिलर बेवासिजूमब किफायती विकल्प मुहैया कराएगी।

बायोकॉन बायोलॉजिक्स की मजबूत शोध एवं विकास और विनिर्माण क्षमताओं की बदौलत हम अमेरिका में कैंसर के मरीजों को दो अहम बायोसिमिलर मुहैया करा पाए हैं। अब बेवासिजूमब से हमारा पोर्टफोलियो और बढ़ेगा।’बेंगलूरु। अमेरिकी दवा नियामक ने बायोकॉन की साझेदार मायलन का बायोलॉजिक्स लाइसेंस आवदेन स्वीकार कर लिया है। यह आवेदन अग्रिम चरण के रेक्टल कैंसर के इलाज की

प्रस्तावित बायोसिमिलर के लिए किया गया है। इस आवेदन के तहत अन्य बीमारियों के अलावा मेटास्टिक कोलोरेक्टल कैंसर के मरीजों के इलाज की दवा बेवासिजूमब की बायोसिमिलर की मंजूरी मांगी गई है। बायोकॉन बायोलॉजिक्स के सीईओ क्रिस्टयाने हमाचर ने कहा, ‘मंजूरी मिलने के बाद हमारी प्रस्तावित बायोसिमिलर बेवासिजूमब किफायती विकल्प मुहैया कराएगी। बायोकॉन बायोलॉजिक्स की मजबूत शोध एवं विकास और विनिर्माण क्षमताओं की बदौलत हम अमेरिका में कैंसर के मरीजों को दो अहम बायोसिमिलर मुहैया करा पाए हैं। अब बेवासिजूमब से हमारा पोर्टफोलियो और बढ़ेगा।’

यह बायोसिमिलर को इस साल के अंत तक मंजूरी मिलने की संभावना है। यह बायोकॉन और मायलन की साझेदारी में अमेरिका में कैंसर के मरीजों के लिए तीसरी बायोसिमिलर होगी। यह दवा फिलहाल भारत और अन्य उभरते बाजारों में उपलब्ध है। स्विटजरलैंड की दवा विनिर्माता रोश बेवासिजूमब की अवास्टीन ब्रांड के नाम से बिक्री करती है। इस दवा की 2019 में करीब 7।3 अरब डॉलर की बिक्री हुई। एमजेन और एलर्गन ने भी पिछले साल अमेरिका में मवासी पेश की थी, जो बेवासिजूमब की बोयोसिमिलर है। मवासी की बिक्री रोची की अवास्टिन से 15 फीसदी कम कीमत पर हो रही है।

ईवाई की रिपोर्ट के मुताबिक भारत वर्ष 2025 तक 62 अरब डॉलर के बायोसिमिलर बाजार की करीब 8 फीसदी हिस्सेदारी हासिल कर लेगा। बायोकॉन ने वर्ष 2019 में अपने कुल राजस्व का 27 फीसदी हिस्सा बायोसिमिलर से कमाया था। बेंगलूरु की इस कंपनी ने वित्त वर्ष 2022 तक बायोसिमिलर इकाई के जरिये एक अरब डॉलर का राजस्व हासिल करने का महत्त्वाकांक्षी लक्ष्य तय किया है।

बायोकॉन ने पिछले साल दिसंबर में अमेरिकी बाजार में ट्रांसटुजुमब की बायोसिमिलर ओगिवरी उतारी थी। यह हरसेप्टीन की बायोसिमिलर है, जिसे बायोकॉन बायोलॉजिक्स और मायलन ने मिलकर विकसित किया है। हरसेप्टीन की बिक्री अमेरिका में करीब 2।9 अरब डॉलर की है। इस बायोसिमिलर का इस्तेमाल ब्रेस्ट कैंसर और गैस्ट्रिक कैंसर के इलाज में होता है।

वर्ष 2018 में भी बायोकॉन ने फुलफिला पेश की थी, जो पेगफिलग्रास्टिम की बायोसिमिलर है। इस समय बायोकॉन बायोलॉजिक्स 28 अहम दवाएं विकसित करने पर काम कर रही है, जिनमें से 11 में उसकी मायलन के साथ साझेदारी है। विशेषज्ञों के मुताबिक अन्य बायोसिमिलर इनसुलिन ग्लरगाइन को अमेरिका में इस साल शुरू किया जा सकता है, जिससे बायोकॉन-मायलन की साझेदारी और मजबूत होगी।

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