Thu. May 9th, 2024

ईवीएम पर छाती पीटने वाले करने लगे तारीफ, स्थानीय चुनाव में भी इस्तेमाल की सिफारिश

1 min read

चुनाव परिणाम विपरीत आते ही सारा दोष इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की विश्वसनीयता पर मढ़ने वाले सियासी दल अब उसकी तारीफ करने लगे हैं। तृणमूल कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी के सांसदों वाली समिति ने ईवीएम और वीवीपैट की तारीफ करते हुए इनके स्थानीय चुनाव में इस्तेमाल की सिफारिश की है। साथ ही यह ही कहा है कि इससे वोटर्स का विश्वास बढ़ा है।

नई दिल्ली। कार्मिक, जन शिकायत, कानून और न्याय विभाग से जुड़ी समिति ने अपनी रिपोर्ट को राज्य सभा में रखा। अवैध वोटों को खत्म करने और बैलेट पेपर से जुड़े विलंब और गलतियों को दूर करने को लेकर ईवीएम की तारीफ की गई है। इतना ही नहीं टीएमसी और बीएसपी के सांसदों वाली इस समिति ने स्थानीय निकाय चुनावों में भी ईवीएम के इस्तेमाल का प्रस्ताव रखा है।

ईवीएम की विश्वसनीयता को लेकर पिछले कई चुनावों में कुछ पार्टियों ने चुनाव में इसके इस्तेमाल पर जमकर शोरगुल किया और इस प्रक्रिया को ही कटघरे में खड़ा किया। चुनावों में हार के बाद कई गैर एनडीए दलों ने कहा कि ईवीएम में गड़बड़ी है और कोई भी बटन दबाने से वोट बीजेपी को ही जाता है। संदेह इतना बढ़ा कि 2019 में लोकसभा चुनाव बैलेट पेपर से कराने की डिमांड की गई। अब एक संसदीय समिति ने ईवीएम में गड़बड़ी की आशंका को खारिज किया है, दिलचस्प यह है कि इस समिति में तृणमूल कांग्रेस और बीएसपी जैसे दलों के सांसद भी शामिल हैं।

‘ईवीएम और वीवीपीएट से वोटरों का भरोसा बढ़ा
संसदीय समिति ने राज्य निर्वाचन आयोगों को को सुझाव दिया है कि मतदाताओं की सुविधा के लिए स्थानीय निकायों के चुनाव भी ईवीएम और वीवीपीएट के जरिए कराए जाएं। रिपोर्ट की सिफारिश पर किसी विपक्षी दलों के किसी सांसद ने असहमति नहीं जाहिर की है।समिति के चेयरमैन बीजेपी के सांसद भूपेंद्र यादव हैं। समिति में तृणमूल कांग्रेस और बीएसपी के सांसद भी शामिल हैं, जिन्होंने पहले बैलेट पेपर सिस्टम में वापसी की मांग की थी। अब उन्होंने कहा है कि ईवीएम ने ना केवल निर्वाचन प्रक्रिया को सरल किया है, बल्कि वोटों की गिनती में तेज हुई है और मतदाताओं के लिए भी सुविधाजनक है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि ईवीएम के साथ वोटर वेरिफाइबल पेपर ऑडिट ट्रायल (वीवीपीएट) ने मतदाताओं के विश्वास को मजबूत किया है और निर्वाचन प्रक्रिया में पारदर्शिता बढ़ी है। समिति ने यह भी कहा है कि सुप्रीम कोर्ट ने भी बैलेट पेपर सिस्टम से चुनाव की मांग वाली याचिका को खारिज करके ईवीएम और वीवीपीएट से चुनाव को स्वीकार किया है।

More Stories

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Double Categories Posts 1

Double Categories Posts 2

Posts Slider