Sun. May 12th, 2024

अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने हांगकांग सरकार देगी नागरिको को नकद सहायता

1 min read
  • हांगकांग की सरकार ने अपनी अर्थव्यवस्था को पटरी में लाने के लिए नीचे से पुश बैक करने का निर्णय लिया है। इसके तहत वह स्थायी निवासियों को दस हजार हांगकांग डॉलर की सहायता देगी।

    हांगकांग सरकार ने 26 फरवरी को सालाना बजट पेश करते हुए 70 लाख स्थायी निवासियों को नकद सहायता देने का एलान किया है। हांगकांग एक दशक में मंदी के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है और इससे उभारने के लिए सरकार ने 120 अरब हांगकांग डॉलर का बजट में प्रावधान किया है। हांगकांग दावा करता आया है कि जब उसकी अर्थव्यवस्था अच्छी थी तब उसका राजकोषीय भंडार एक ट्रिलियन से अधिक था, जिसका इस्तेमाल वह अब इस योजना के लिए करेगा।

70 लाख लोगों को नकद सहायता देने से सरकार पर 71 अरब डॉलर का बोझ आएगा। अधिकारियों को उम्मीद है कि लोग इस पैसे का इस्तेमाल स्थानीय व्यवसायों पर खर्च करेंगे। हांगकांग के वित्त मंत्री पॉल चान के मुताबिक, “उद्यमों का समर्थन करने और लोगों की परेशानी को दूर करने के लिए राजकोषीय भंडार का इस्तेमाल निश्चित तौर पर हमारी जनता की अपेक्षाओं के अनुरूप है।” साथ ही उन्होंने कहा कि नकद सहायता स्थायी निवासियों और 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को दी जाएगी जिनमें वे भी शामिल हैं जो विदेश में रहते हैं।

चान के मुताबिक आर्थिक सहायता देने और कम राजस्व के कारण अगले वित्त वर्ष में सरकार के खजाने पर प्रभाव पड़ेगा और 15 साल में पहली बार राजकोषीय घाटा होगा। हांगकांग की अर्थव्यवस्था चीन-अमेरिका ट्रेड वॉर की वजह से भी प्रभावित है। महीनों तक वहां लोकतंत्र समर्थकों का प्रदर्शन चलता रहा और अब कोरोना वायरस ने भी देश की अर्थव्यवस्था को प्रभावित किया है।

इसके अलावा बजट में कई और घोषणाएं की गई हैं जिनमें मुनाफा और वेतन कर पर रियायत के साथ-साथ ऐसे व्यापारियों को कम ब्याज दर पर लोन की सुविधा दी जाएगी जो अपने कर्मचारियों को वेतन देने में असमर्थ हैं। देश में पर्यटन, रेस्तरां और रिटेल सेक्टर प्रभावित हैं और बेरोजगारी दर भी बढ़ रही है।

चान ने कहा, “इस साल हांगकांग की अर्थव्यवस्था को भारी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।” हांगकांग में बड़ी-बड़ी रैलियां और पुलिस के साथ झड़प पिछले साल हर हफ्ते आम थी लेकिन कोरोना वायरस के बाद बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा होने से बच रहे हैं। हालांकि जनता का गुस्सा अभी ठंडा नहीं हुआ और वह अंदर ही अंदर सुलग रही है। विरोध प्रदर्शनों के बावजूद ना ही बीजिंग और ना ही हांगकांग के नेताओं ने प्रदर्शनकारियों के मुद्दों को अब तक संबोधित किया है।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Double Categories Posts 1

Double Categories Posts 2

Posts Slider