लोकपाल सदस्य जस्टिस अजय कुमार त्रिपाठी का कोरोना से निधन
1 min readनई दिल्ली। लोकपाल के न्यायिक सदस्य और छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश जस्टिस अजय कुमार त्रिपाठी का शनिवार को कोरोना से निधन हो गया। दिल्ली के एम्स ट्रामा सेंटर में इलाज चल रहा था। बता दें कि अप्रैल के पहले सप्ताह से एम्स ट्रामा सेंटर में सिर्फ कोरोना मरीजों का इलाज चल रहा है।
पिछले साल मार्च में क़ानून मंत्रालय द्वारा उन्हें लोकपाल सदस्य बनाया गया था, जिसके बाद उन्होंने छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के पद से इस्तीफ़ा दे दिया था।
अप्रैल की 2 तारीख़ को तबीयत ख़राब होने के बाद उन्हें दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया था, जहां उनके कोरोना पॉज़िटिव होने की पुष्टि हुई थी। इसके बाद से उनका इलाज चल रहा था।उनके परिजनों में भी कोरोना का संक्रमण पाया गया था लेकिन इलाज के बाद वे स्वस्थ हो गये थे।
एम्स के एक सूत्र ने कहा कि जस्टिस त्रिपाठी बीमारी की वजह से बहुत कमजोर हो गए थे, हालत खराब होता देख उन्हें आईसीयू में लाया गया था। यहां पर पिछले तीन दिनों से वे वेंटिलेटर पर थे। डॉक्टरों ने उन्हें बचाने की भरपूर कोशिश की लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।
केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए ट्वीट किया है। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि जस्टिस अजय त्रिपाठी के निधन से उन्हें गहरा आघात पहुंचा है। रविशंकर प्रसाद ने कहा उन्होंने पटना में उनके साथ वकालत की थी। केंद्रीय मंत्री जस्टिस अजय त्रिपाठी की पत्नी अलका त्रिपाठी और उनके परिवार के साथ संवेदना जताई है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने जस्टिस अजय कुमार त्रिपाठी के निधन पर शोक जताया है। नीतीश कुमार ने अपने शोक संदेश में कहा कि अजय कुमार त्रिपाठी के निधन से न्यायपालिका के क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है।
12 नवंबर 1957 को जन्मे अजय कुमार त्रिपाठी ने 1981 में पटना हाईकोर्ट से अपनी वकालत की शुरुआत की थी। इसके बाद वे पटना हाईकोर्ट में ही 2006 में जज नियुक्त किये गये।
वे अपने अंतिम दिनों में लोकपाल सदस्य के रुप में कार्यरत थे। इस पर पर पिछले साल 27 मार्च को उन्हें नियुक्त किया गया था।