Thu. May 2nd, 2024

मप्र से 15 महीने बाद कमलनाथ की विदाई, क्या फिर लौटेंगे शिवराज?

1 min read

मध्य प्रदेश में जारी सियासी ड्रामे को विराम लग गया है। फ्लोर टेस्ट से पहले मुख्यमंत्री कमलनाथ ने 20 मार्च को इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफे के ऐलान से पहले कमलनाथ ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर सरकार को अस्थिर करने का आरोप लगाया।

भोपाल। इस्तीफे के ऐलान से पहले कमलनाथ ने भारतीय जनता पार्टी पर कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने का आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी याद रखे कि कल और परसो भी आएगा। सब सच्चाई सामने आएगी। बीजेपी पर कई आरोप लगाते हुए कमलनाथ ने कहा कि बीजेपी ने 22 विधायकों को बंधक बनाया और ये पूरा देश बोल रहा है। करोड़ों रुपये खर्च कर खेल खेला जा रहा है। एक महाराज और उनके 22 साथियों के साथ मिलकर साजिश रची। इसकी सच्चाई थोड़ी समय में सामने आएगी।

भाजपा को जनता कभी माफ नहीं करेगी
सीएम कमलनाथ ने कहा कि हमने तीन बार विधानसभा में अपनी बहुमत साबित की। बीजेपी की ओर से जनता के साथ विश्वासघात किया जा रहा है और लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या की जा रही है, जनता इन्हें कभी माफ नहीं करेगी। कमलनाथ ने कहा कि बीजेपी ने मेरे कार्यकाल के दौरान हमारे कार्यों के खिलाफ साजिश की, पहले दिन से ये लोग हमारी सरकार गिराना चाहते थे।

15 माह की गिनाई उपलब्धियां
इस्तीफे के ऐलान से पहले मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपनी सरकार की उपलब्धियों को गिनवाया और कहा कि हमने आम लोगों के लिए काम किया, लेकिन ये भाजपा को रास नहीं आया। हमारी सरकार पर किसी तरह का आरोप नहीं लगा। बीजेपी ने किसानों के साथ धोखा कियास लेकिन हमें उनके लिए काम नहीं करने दिया।

क्या है पूरा मामला
इससे पहले कांग्रेस के 22 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था, जिसमें से 6 विधायकों का इस्तीफा स्पीकर ने स्वीकार कर लिया था और 16 विधायकों का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया था। बीजेपी ने सरकार से सदन में बहुमत साबित करने की मांग की थी, लेकिन मांग को दरकिनार करते हुए स्पीकर ने 26 मार्च तक सदन को स्थगित किया गया था।

इसके बाद बीजेपी की ओर से सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई थी और तुरंत फ्लोर टेस्ट की मांग की गई थी। सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को स्पीकर को फटकार लगाई थी और 16 बागी विधायकों के इस्तीफे ना स्वीकारने का कारण पूछा और आज शाम 5 बजे तक फ्लोर टेस्ट कराने का आदेश दिया था। इसके बाद स्पीकार ने सभी 16 विधायकों का इस्तीफा स्वीकार कर लिया।

विधायकों का इस्तीफा स्वीकार होने के बाद कमलनाथ सरकार अल्पमत में आ गई। अब कमलनाथ सरकार के पास सिर्फ 99 विधायक हैं, जबकि बहुमत के लिए 104 का आंकड़ा चाहिए। फ्लोर टेस्ट से पहले कमलनाथ ने इस्तीफे का ऐलान कर दिया है। यानी मध्य प्रदेश से कांग्रेस सरकार की विदाई हो गई है।

 

 

 

More Stories

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Double Categories Posts 1

Double Categories Posts 2

Posts Slider