यस बैंक पर पाबंदी लगने से पहले 265 करोड़ की निकासी
1 min readभारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने जब 5 मार्च गुरुवार को हर खाताधारक को 50 हजार रुपये तक की राशि निकालने की पाबंदी लगाई थी, उसके एक दिन पहले वडोदरा नगर निगम से जुड़ी एक विशेष कंपनी वडोदरा स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कंपनी ने यस बैंक से 265 करोड़ रुपये की निकासी की। इस निकासी पर वडोदरा नगर निगम की ओर से दलील दी गई कि स्मार्ट सिटी मिशन के तहत मिले अनुदान के हिस्से के रुप में यह राशि केंद्र सरकार से मिली थी। यस बैंक की खस्ता हालत को देखते हुए इसे निकाल लिया गया और बैंक ऑफ बड़ौदा के एक नए खाते में स्थानांतरित कर दिया गया।
वडोदरा। पीटीआई को दी गई इस जानकारी के बाद इसका खुलासा हुआ है। वडोदरा स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और वडोदरा नगर निगम के उपायुक्त सुधीर पटेल ने कहा कि स्मार्ट सिटी मिशन के तहत मिले अनुदान के हिस्से के रुप में यह राशि केंद्र सरकार से मिली थी और यस बैंक की एक स्थायी शाखा में जमा की गई थी।
गौरतलब है कि, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने नकदी संकट से जूझ रहे यस बैंक से निकासी की सीमा तय कर दी है। आरबीआई के इस आदेश के तहत खाता धारक एक महीने में 50 हजार रुपये से ज्यादा नहीं निकाल सकेंगे। फिलहाल यह रोक पांच मार्च से तीन अप्रैल तक लगी रहेगी।
भारतीय रिजर्व बैंक ने यस बैंक के निदेशक मंडल को भी भंग करते हुए उस पर प्रशासक नियुक्त कर दिया है। आरबीआई ने देर शाम जारी बयान में कहा कि यस बैंक के निदेशक मंडल को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया गया है और भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के पूर्व मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) प्रशांत कुमार को यस बैंक का प्रशासक नियुक्त किया गया है। आरबीआई ने बैंक के जमाकर्ताओं पर निकासी की सीमा सहित इस बैंक के कारोबार पर कई तरह की पाबंदिया भी लगा दी हैं।