सेना की जरूरत के लिए काफी नहीं राफेल जेट: वायु सेना चीफ
1 min read- वायु सेना चीफ के एयर मार्शल आर के एस भदौरिया ने कहा कि सेना की जरूरत के हिसाब से राफेल जेट काफी नहीं होंगे। उन्होंने स्वदेशी हथियारों के निर्माण पर भी जोर दिया है।
नई दिल्ली। भारतीय वायु सेना में जल्द 36 राफेल जेट को शामिल किया जाएगा, लेकिन वायु सेना चीफ एयर मार्शल आर के एस भदौरिया का मानना है कि यह सेना की जरूरत के लिए काफी नहीं होगा। उन्होंने शुक्रवार को स्वदेशी प्लेटफॉर्म को विकसित करने के लिए जरूरत पर ध्यान दिलाते हुए यह बात की। सेंटर फॉर एयर पावर स्टडीज की तरफ से आयोजित ‘एयर पावर इज नो वार नो पीस सिनेरियो’ पर आयोजित सेमिनार में कहा कि सब-कन्वेंशनल डोमेन में एयर फोर्स का इस्तेमाल ‘टैबू’ माना जाता था और बालाकोट स्ट्राइक से इसमें मौलिक बदलाव लाया है।
बालाकोट स्ट्राइक के फैसले के लिए सरकार की तारीफ करते हुए भदौरिया ने कहा कि यह एक बोल्ड डिसिजन था। उन्होंने कहा, ‘वायु सेना ने सफलतापूर्वक लक्ष्य को भेदा। पाकिस्तान वायु सेना ने 30 घंटे बाद जवाब दिया। वायु सेना ने सुनिश्चित किया कि पाक सेना किसी लक्ष्य पर निशाना न साध पाए। वे जल्द मुक्त होने की जल्दी में थे। वे अपने लोगों को दिखाने के लिए ऐसा कर रहे थे।’
एयर मार्शल भदौरिया ने कहा कि भारतीय वायु सेना सफलतापूर्वक बालाकोट स्ट्राइक को अंजाम दिया, जिसने दिखाया कि गैर-पारंपरिक युद्ध में किस तरह वायु क्षमता का इस्तेमाल किया जा सकता है। उन्होंने कहा, ‘जब हम ऐसे लक्ष्य को निशाना बनाने की सोचते हैं। हमारा मनोबल उच्च होना चाहिए। कॉलेटेरल डैमेज कम हो इसके लिए पहाड़ी इलाके के लक्ष्य को चुना गया। नहीं तो उन्हें दोगुने एयरक्राफ्ट इस्तेमाल करने पड़ते या दूसरे उपाय करने पड़ते।’