हिंसा का राजनीतिकरण कर रही हैं सोनिया : भाजपा
1 min read- जावड़ेकर ने गृहमंत्री शाह के इस्तीफे की मांग को बताया हास्यापद
नयी दिल्ली। दिल्ली हिंसा के लिये केंद्र को जिम्मेदार ठहराने के कांग्रेस और सोनिया गांधी के बयान पर पलटवार करते हुए भाजपा ने बुधवार को कहा कि जिनके हाथ निर्दोष सिखों के ‘ खून से रंगे हों’, वे अब हिंसा रोकने में सफलता-असफलता की बात कर रहे हैं।
भाजपा का यह बयान ऐसे समय में आया है जब कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आरोप लगाया कि यह हिंसा एक सोचा-समझा षड्यंत्र है। भाजपा के कई नेताओं ने भड़काऊ बयान देकर नफरत और भय का माहौल पैदा किया। उन्होंने इसके लिये गृह मंत्री अमित शाह को जिम्मेदार ठहराते हुए उनके इस्तीफे की मांग की ।
भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने संवाददाताओं से कहा, गृह मंत्री पहले दिन से ही शांति बहाली के प्रयास में लगे हुए थे और पुलिस के साथ लगातर काम कर रहे हैं, निर्देश दे रहे हैं और मनोबल बढ़ाने में लगे हैं। शाह के इस्तीफे की कांग्रेस की मांग को हास्यास्पद बताते हुए जावड़ेकर ने कहा ‘‘कांग्रेस पूछ रही है कि अमित शाह कहां थे? अमित शाह ने कल सभी दलों की बैठक ली, जिसमें आप पार्टी के साथ-साथ कांग्रेस के नेता भी उपस्थित थे।’’ केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस की ऐसी टिप्पणियों से पुलिस का मनोबल गिरता है।
भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि कांग्रेस की यही राजनीति है इसलिए जनता ऐसी टिप्पणियों पर संज्ञान ही नहीं लेती। उन्होंने कहा ‘‘हम उस स्तर पर जाना नहीं चाहते कि कौन कहां है, क्योंकि फिर लोग पूछेंगे कि (राहुल) बाबा कहां हैं?’’
गौरतलब है कि उत्तर पूर्वी दिल्ली में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) का समर्थन करने वाले और विरोध करने वाले समूहों के बीच संघर्ष ने साम्प्रदायिक रंग ले लिया था। उपद्रवियों ने कई घरों, दुकानों तथा वाहनों में आग लगा दी और एक-दूसरे पर पथराव किया। इन घटनाओं में बुधवार तक कम से कम 27 लोगों की जान चली गई और करीब 200 लोग घायल हो गए।