प्रधानमंत्री ने आपातकाल विरोधी आंदोलन में के एन लक्ष्मणन की भूमिका को याद किया
1 min read- चेन्नई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पार्टी की तमिलनाडु इकाई के पूर्व अध्यक्ष के एन लक्ष्मणन के निधन पर दुख जताया और आपातकाल विरोधी आंदोलन में उनकी भूमिका याद की। मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘श्री के एन लक्ष्मणन जी के निधन से दुखी हूं। वह तमिलनाडु के लोगों की सेवा करने और वहां भाजपा संगठन का विस्तार करने में अग्रणी रहे थे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘आपातकाल विरोधी आंदोलन में उनकी भूमिका और सामाजिक-सांस्कृतिक गतिविधियों में उनकी भागीदारी को हमेशा याद रखा जाएगा। ओम शांति।’’ लक्ष्मणन का निधन सोमवार की रात को सलेम के सेवाईपेट्टई स्थित उनके आवास पर उम्र संबंधी बीमारियों के कारण हो गया। वह 92 वर्ष के थे।
लक्ष्मणन के परिवार में पत्नी रंगनायकी अम्मल, बेटी भुवनेश्वरी और बेटा शेखर हैं। लक्ष्मणन ने 2001-06 में चेन्नई के मायलापुर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था। वह दो बार भाजपा की तमिलनाडु इकाई के अध्यक्ष रहे।
पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने भी वरिष्ठ नेता को श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा, ‘‘जनसंघ से भाजपा की लक्ष्मणन की उल्लेखनीय यात्रा और जनता की सेवा के लिए उनका समर्पण हमें हमेशा प्रेरित करेगा।’’ नड्डा ने लक्ष्मण के शोक संतप्त परिवार के सदस्यों और उनके प्रशंसकों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
भाजपा के राष्ट्रीय सचिव मुरलीधर राव ने कहा, ‘‘वह बहुत ही सरल थे लेकिन राष्ट्रवाद की विचारधारा और जन सेवा के प्रति प्रतिबद्ध थे। लोगों और राष्ट्र को सशक्त बनाने के मार्ग पर अडिग होकर चलते रहे।’’ पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एल मुरुगन ने कहा कि लक्ष्मणन ने राजनीति से लेकर धर्म और शिक्षा तक सभी क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। वह राष्ट्रवादी थे।
उन्होंने कहा, ‘‘शिक्षा के क्षेत्र में उनका योगदान उल्लेखनीय है।’’ 1970 में, एन पी वासुदेवन के साथ उन्होंने केवल 35 छात्रों के साथ साधारण तरीके से श्री विद्या मंदिर स्कूल शुरू किया था। मुरुगन ने कहा कि अब वह संस्थान काफी बड़ा हो गया है, जहां 1,000 से अधिक छात्र पढ़ते हैं। पार्टी के कई अन्य नेताओं ने भी लक्ष्मणन के निधन पर दुख जताया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।